30 व 31 अगस्त को मनाया जा रहा है रक्षा बंधन
इस वर्ष रक्षा बंधन 30 और 31 अगस्त को है। द्रिक पंचांग के अनुसार ये दो तिथियां भद्रा काल के कारण हैं। क्योंकि इस दौरान राखी नहीं बंधी जाएगी। रक्षा बंधन भद्रा काल की समाप्ति का समय 30 अगस्त को रात 9:01 बजे है। वहीं, 31 अगस्त को सुबह 7:05 बजे तक राखी बांधी जा सकेगी।
क्या है रक्षा बंधन का इतिहास
रक्षा बंधन हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस त्यौहार से जुड़ी किंवदंतियों में से एक महाकाव्य महाभारत से उत्पन्न होती है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान कृष्ण की उंगली सुदर्शन चक्र से गलती से कट गई थी। यह देखकर द्रौपदी ने खून रोकने के लिए अपनी साड़ी से कपड़े का एक टुकड़ा फाड़कर चोट पर बांध दिया। भगवान कृष्ण उनके हाव-भाव से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने हमेशा उनकी रक्षा करने का वादा किया। उन्होंने यह वादा तब पूरा किया जब द्रौपदी को हस्तिनापुर के शाही दरबार में सार्वजनिक अपमान का सामना करना पड़ा।
रक्षा बंधन का महत्व
रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्यार व भाइयों द्वारा बहनों की रक्षा के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन बहनें, भाइयों को राखी बांधती हैं और उन्हें मिठाइयां खिलाती हैं। वहीं, भाई इस दिन बहनों की रक्षा का बचन देते हैं।
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